टीम इंडिया के पाँच महान खिलाडी जिन्हें कभी नहीं मिली टीम की कप्तानी।

नमस्कार साथियों सामाजिक वार्ता में आप सभी का स्वागत है दोस्तों आज भारत में क्रिकेट को चाहने वालो की तादाद दुनिया के बाकी सभी देशो के कई गुना ज्यादा है और इतना ही ज्यादा कठिन है टीम इंडिया में खेलने का सफ़र लेकिन इससे भी बड़ी बात होती है भारतीय टीम की कप्तानी करने का मौका, कई बार टीम में ऐसे मौके आते है की जब नए खिलाड़ियों को भी एक मैच के लिए ही सही टीम की कप्तानी करने का सौभाग्य मिल जाता है। लेकिन दूसरी तरफ कुछ खिलाड़ियों को भारतीय टीम में लम्बे समय तक अच्छा प्रदर्शन के बाद भी कभी भी टीम की कप्तानी करने का मौका नहीं मिला इनमे कुछ नाम ऐसे भी है जो टीम में लम्बे समय तक उपकप्तान भी रहे और कुछ टीम की जान रहे लेकिन कभी कप्तान नहीं बन पाए तो चलिए जानते है ऐसे ही पांच खिलाड़ियों के बारे में –

युवराज सिंह

युवराज सिंह
साथियो इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है युवराज सिंह जिन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट ,304 वनडे और 58 T20 मैच खेले,भारत को वर्ल्ड कप जिताने में युवराज सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा, 2007 t20 वर्ल्ड कप के लिए युवराज सिंह को प्रबल दावेदार माना जा रहा था, उस समय वो टीम में उपकप्तान भी थे लेकिन कप्तानी की रेस में धोनी उनसे आगे निकल गए और फिर कभी भी उन्हें भारत की कप्तानी का मौका नहीं मिल पाया।

हरभजन सिंह

harbhajan singh

हरभजन सिंह
भारतीय टीम के एक समय टर्बनेटर कहें जाने वाले हरभजन सिंह को कभी भी टीम इंडिया की कप्तानी का मौका नहीं मिल पाया। उन्होंने अपने करियर में 103 टेस्ट,236 वनडे और 28 t20 मैच खेले लेकिन टीम की कप्तानी कभी नहीं मिल पायी।

वीवीएस लक्षमण

वीवीएस लक्षमण
टीम इंडिया में टेस्ट के धाकड़ बल्लेबाज वीवीएस लक्षमण ने अपने पुरे करियर में भारत के लिए 134 टेस्ट और 86 वनडे खेले लेकिन यह ख़राब किस्मत ही कही जा सकती है की उन्हें टीम की कमान कभी नही मिल पाई।

जाहिर खान

जाहिर खान
अगर बात करे जाहिर खान की तो भारत के लिए 92 टेस्ट और 200 वनडे के अलावा 17 t20 भी खेले लेकिन भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल तेज गेंदबाजो में शामिल जाहिर खान को कभी भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने का मौका नहीं मिल पाया।

रविचन्द्रन अश्विन

रविचन्द्रन अश्विन
वर्तमान समय में रविचन्द्रन अश्विन भारतीय टीम का हिस्सा है लेकिन अपने अभी तक 12 साल के लंबे करियर में उन्हें कप्तानी का मौका नहीं दिया गया। अश्विन ने अभी तक भारत के लिए 94 टेस्ट , 113 वनडे तथा 65 टी20 मैच खेले है इस दौरान उन्हें कभी टीम में उपकप्तान भी नहीं बनाया गया।

रविचन्द्रन अश्विन न केवल गेंदबाज़ अपितु निचले क्रम में अच्छी बल्लेवाज़ी भी करते है। उन्हें टेस्ट में कई बार टीम के लिए बेहतरीन बल्लेबाज़ी की है लेकिन उन्हें कभी टीम की कमान नहीं सौंपी गई जबकि उनकी सुजबुझ से सभी बाक़िब है उम्मीद है उन्हें अपने क्रिकेट करियर में टीम की कप्तानी का मौका जरूर मिलेगा साथियो आपको क्या लगाया इन खिलाड़ियों में से किस खिलाडी को कप्तानी का मौका न देकर BCCI ने उनके साथ नाइंसाफी की है। अपनी राय कमेंट में जरूर बतायें –

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